Sunday 3 January 2021

जावत हे बछर 2020 -जीतेंन्द्र वर्मा खैरझिटिया

जावत हे बछर 2020 -जीतेंन्द्र वर्मा खैरझिटिया

                  मनखे चाहे कतको बलवान हो जाय, फेर सब ले बड़े बलवान होथे समय। देख न इही बछर 2020 ल, जे कोरोना धरके आइस, अउ ज्ञानी, गुणी, धनी,वीर, सबला
अपन आघू घुटका टेके बर मजबूर कर दिस। कइथे महिनत म सब सम्भव हे,फेर यदि समय साथ नइ देय त ,कुछु सम्भव नइ हो सके। ये कोरोना काल म लाखों, करोड़ो मनखे मनके सँजोये कतकोन सपना धरे के धरे  रिहिगे। मनखे पिंजरा के पंछी बरोबर लाकडाउन म, घर म धँधागे।ये आफत सिरिफ हमर देश भर म नही, बल्कि सबे जगत ल झकझोर दिस। रोज कमइया अउ खवइया  बपुरा मनके पेट म डाँका पड़गे। काम धंधा छुटगे, किस्मत फुटगे,अउ सपना घलो टुटगे। रेल अउ बस के पहिया थम गे, लाकडाउन लगे ले, इती उती फँसे, गरीब मनखे मन जुन्ना जुग कस , अपन ठिहा कोती हाथ गोड़ के माँस उकलत अउ लहू फूटत म घलो, रेंगें बर विवस होगे। कतकोन मन रेंगत रेंगत बीच डहर म ही साँस लेय बर छोड़ दिन , त कतको मन अइसन आफत ल नइ झेल सकिस अउ खुदे प्राण ल त्याग दिन।
                लइका मनके पढ़ाई लिखाई घलो राँई छाँई होगे। पढ़ई लिखई करके नोकरी के रद्दा जोहत संगवारी मन बर ए बछर काल बन गे, जे मन एक एक छिन ल कीमती मान के पढ़ाई करिस, वो मन सालभर बर ए साल घरे म बंद होगे। कतको संगी मन अपन पढ़ाई लिखाई ल अउ धार करिस त कतको मन हतास अउ निराश घलो होइन। काबर के डार के चुके बेंदरा अउ आसाढ़ के चुके किसान। वइसे  विवसता तो छोटे बड़े सबे मन झेलिन, फेर मार खाइस तेमा छोट मनखे ही शामिल रहिन, कथे न चिरई कुंदरा ले नइ निकलही त कइसे पलही। उही हाल होगे अइसन लाचार मनखे मनके, उन मन के घर म रहे त खाय। लाकडाउन म टीवी अउ मोबाइल भारी छागे। मनखे मोबाइल म घूस गे। पढ़ाई , लिखाई, गवई, बजई सबे सोसल मीडिया म शुरुवाती समय भारी जोर पकडिस, फेर आखिर म टाँय टाँय फीस घलो होगे। कतकोन तो मोबाइल ल ही अपन दुनिया मान लिन। फेसबुक अउ वाट्सअप म बउरागे।  घर म घलो मनखे परिवार संग एके जघा बइठे बइठे अकेल्ला होगे। चाऊंर दार  कस महँगा डाटा रिचार्ज ल छोटे बड़े सब करिन, अउ अब तो आदत बनगे,नेट बिना नींद घलो नइ आय। डाटा कंपनी वाले मनके बल्ले बल्ले होगे, ग्राहक एकदम से बढ़गे। बढ़े से एक अउ सुरता आवत हे कई वैपारी मनके बढ़वार घलो आहा आफत काल म दिखिस, अउ काबर नइ दिखही?काला बाजारी, जमाखोरी जे होय लगिस। नमक जइसे चीज के अफवाह ले बाजार गरम होगे रिहिस। चाऊंर, दार, तेल, फूल, आलू, प्याज मिलना मुश्किल हो गे रिहिस। अउ मिलत भी रिहिस त मनमाने भाव म। फेर पेट म उभरे भूख के घाव ल भरे बर, का भाव? सबे मजबूर होके बिसाइन अउ कइसनो करके जिनगी बिताइन।
                 बर बिहाव बाजा बैंड बराती सबके बारा बजगे।कलाकार मनके कला कल्हरे बर लग गिस, मजदूर मनके मजदूरी छिनागे। देश विदेश ले मनखे लहुट के अपन कुंदरा, अउ महल अटारी म आगे। कुंदरा म कल्हरई त अटारी म अट्टहास घलो सुनाइस। छोटे बड़े सबके घर मा सिपाही बरोबर सेनेटाइजर नांव के नवा चीज माड़गे। एक बछर एखरे थेभा म निकल गे। शुरू शुरू म कोरोना बैरी आइस त लगत रिहिस कि, ओखर पाँव म जमे जगत हा पलक झपकत समा जही, फेर धीर लगाके बेरा सहज होत गिस, मनखे मनके भयानक डर ह कमती होइस। कथे न भय ह भूत ए, वइसने होइस घलो डरे डर म कतकोन निपट गिन।
टीवी अउ येती वोती कोरोना के हाल बेहास स्थिति ल सुनके अइसे लगत रिहिस कि, कलयुग अबक तबक बस सिरा जही, फेर जाको राखे साँईयाँ मार सके न कोय। अइसन आफत के बेरा मन एक डहर कुछ मनखे मन के  लालच दिखत, त कुछ मन देवदूत बरोबर सेवा घलो करिन।
               एक तरफ मनखे मन लाचार दिखिन, त दुसर डहर प्रकृति म सृंगार। पर्वत, पठार, पेड़, पात, नदी,नाला, हवा, पानी सब सजे बर लग गिन। पशु,पंछी, मनके मनमोहक तान गूँजे बर धर लिस। अइसन होना लगभग असंभव रिहिस, जे कोरोना काल म संभव हो सकिस। येखर साथ साथ बनेच जुन्ना विवादित मुद्दा मन घलो ये बछर पार पाके,जेमा राम मन्दिर निर्माण, धारा 370, 35(A), CAA, अटल टनल, चंद्रयान आदि। कोरोना काल म कई बड़े बड़े हस्ती मन परलोक सिधार गिन, जिंखर भरपाई असम्भव हे। थोर बहुत कोनो खाँसे,छीके त आन मनखे का,सगा सम्बन्धी मन घलो दुरिहाय बर लग जावत रिहिस, जानो मानो सर्दी खाँसी अभिच के बीमारी आय। येखर सेती कतको मन तो डरे के मारे अपन सर्दी खाँसी ल, आन ल नइ बताइन अउ काल के शिकार हो गिन। रोज रोज कोरोना ले होवइया मौत, मतंग मनखे मनके मन म घलो मातम मता दिस। वाह रे बैरी कोरोना, तो झट परे रोना, बछर 2020 ल चुक्ता चाँट डरेस। मन पंछी के पाँख, पिंजरा म धंधाये धंधाये खियागे,त कतको लोभी के पाँख अउ काया मोटागे। ये दे अब तो दिसम्बर घलो जवइया हे,अउ अवइया हे बछर 2021। 2021, इक्कीस रुपिया बरोबर सब बर शुभ होय। अवइया नवा साल म कोरोना बैरी के नामो निशान झन रहे। सबे कोती सुख, शांति, खुशी अउ समृद्धि होय, इही कामना अवइया बछर 2021 ले हे।
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                  बछर 2020 म खोये कुछ महान व्यक्तित्व-

                           वइसे मौत तो मौत ए, फेर बत्तर, चाँटी, माखी, कुकुर, बिलई, बघवा, भलुवा अउ मनखे , सबके मरे म मानवीय संदेवना अलग अलग होथे। मनखे  होय चाहे कोनो जिनावर  दुनो के संवेदना आपसी लगाव म ही जादा होथे। मनखे मन के संवेदना सगा, सम्बन्धी के साथ साथ वो व्यक्ति जेखर ले ओ प्रभावित रथे या फेर जेखर ले श्रद्धा रखथे ओखरो प्रति देखे बर मिलथे। तभे तो राजनेता,अभिनेता,संत, ज्ञानी अउ कोनो महान हस्ती के निधन होय म आँखी छलक जथे। बछर 2020 बैरी बनके आइस, जे छोटे तो छोटे बड़े बड़े हस्ती ल घलो अपन गिरप्त म ले लिस। कोनो आम आदमी के मौत ले ओखर घर परिवार नता रिस्ता अउ  जादा होगे त पास पड़ोसी दुखी होथे। फेर कुछ अइसे मौत होथे जे, सबे ल झकझोर देथे। वइसे तो आना अउ जाना प्रकृति के नियम आय, तभो दुख सबके जाये म होथे,फेर कखरो असमय चल देना, अउ बहुत जादा पीड़ा पहुँचाथे। कला, साहित्य,समाज, राजनीति, खेल, फ़िल्म  सबे क्षेत्र म ए बछर अपूर्णीय क्षति देखे बर मिलिस।हमर बीच ले सदा दिन बर चीर निद्रा म सोये कुछु ऐसे हस्ती के नाम आज मैं श्रद्धांजलि स्वरूप, उन महान हस्ती मन ल नमन करत, रखे बर जावत हँव।
               राजनेता देवी प्रसाद त्रिपाठी, राजनेता अश्विनी कुमार चोपड़ा, साहित्यकार कृष्ण बलदेव वैद्य, साहित्यकार गिरिराज किशोर,राजनीतिज्ञ हंसराज भारद्वाज,फुटबॉल खिलाड़ी प्रदीप बनर्जी, अटॉर्नी जनरल अशोक देसाई, रंगकर्मी उषा गांगुली, सायर राहत इंदौरी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राज नेता जसवंत सिंह, राजनेता तरुण गोगोई, राजनेता अहमद पटेल, राजनेता भंवर लाल मेघवाल आदि के संग संग फिल्म सिटी मुम्बई ले अभिनेता इरफान खान, अभिनेता शशि कपूर, संगीतकार गायक एसपी बालासुब्रमण्यम, अभिजीत, सुशांत सिंह राजपुत, प्रेक्षा मेहता,योगेश गौर, सेजल शर्मा, मोहित बघेल, निम्मी, मनमीत ग्रेवाल, साईं गुंडेवार, सफीक अंसारी, अमोस, सचिन कुमार,बासु चटर्जी, कोरियोग्राफर सरोज खान,जगदीप, समीर शर्मा,दिलीप कुमार भटनागर, संजीव कुलकर्णी, चिरंजीवी सरजा आदि मनके अतिरिक्त अउ कई झन महान हस्ती मनके अपूर्णीय क्षति दुखद हे।
            येखर आलावा हमर छत्तीसगढ़ ले घलो कई नेता, साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी मन हमर ले दुरिहागे, उन सबला घलो सादर नमन अउ  अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।
2020 म परलोक सिधारे राजनेता  अजीत जोगी, राज नेता मोतीलाल बोरा, राजनेता झिथरू राम बघेल, अशोक सिंह, धनेश राम राठिया, पत्रकार पूरन साहू, पत्रकार शशिकांत शर्मा,वरिष्ठ पत्रकार अउ सम्पादक ललित सुरजन जी, आकाशवाणी रायपुर के उद्घोषक रामकुमार सिंह, साहित्यकार डॉ गणेश खरे,राजनीतिज्ञ घना राम साहू, महेंद्र सिंह टेकाम, मनोज प्रजापति, पूर्व न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी, डी पी धृतलहरे, शोभा सोनी, अमरनाथ अग्रवाल, कैलाश त्रिवेदी, किरण माहेश्वरी, बॉलीवुड के नवोदित कलाकार नेहा साहू,लोककलाकार प्रताप कुरेटी, छालीवुड अउ बॉलीवुड के कलाकार गायक भैया लाल हेड़उ,जर्नलिस्ट आनंद विश्वकर्मा, समाज सेवी बचना राम जी, हीरा सिंह मरकाम, अउ चिकित्सा के क्षेत्र म डॉक्टर बी पी बघेल, डॉक्टर रमेश के संगे सँग स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कन्हैयालाल अग्रवाल जइसे महान हस्ती मन संग अउ कतको अपूर्णीय क्षति ए बछर होइस। धन गँवाथे ल मिल जथे फेर तन एक बार साथ छोड़िस ताहन कभू नइ पास आये, अउ कहूँ  पास रहिथे त सिरिफ सुरता। बैरी बछर 2020 हमर अइसन महान हस्ती मन ल हम सब  ले छीन लिस। 

जीतेंन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को,कोरबा(छग)

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