छत्तीसगढ़ी साहित्य अउ छंद के छ परिवार
9 मई 2016 म, जनकवि कोदूराम दलित जी के सुपुत्र श्री अरुण निगम जी द्वारा स्थापित ऑनलाइन वाट्सअप कक्षा छंद के छ, छत्तीसगढ़ी साहित्य म छंदबद्ध गीत कविता के बाढ़ लादिस। 2016 ले लेके आज 2021 तक कुल 17 सत्र सरलग संचालित हे, जेमा लगभग 50,60 प्रकार के छंद ल छत्तीसगढ़ के लगभग सबे जिला के 250 ले जादा कवि मन सीखत अउ सिखावत हे। आवन छंद के छ ल बने ढंग ले जानन--
*काय ये छंद के छ*-
वइसे तो "छंद के छ" श्री अरुण निगम जी द्वारा 2015 म प्रकाशित एक पुस्तक ए, जेमा लगभग 50 प्रकार के छंद, विधान अउ एक एक उदाहरण सहित छपे हे। छत्तीसगढ़ी म छंदमय काव्य ल पुष्पित पल्लवित करे बर जनकवि श्री कोदूराम दलित जी के नाम सामने आथे, ओखरे लिखे सियानी गोठ ले प्रभावित होके, दलित जी के सपना ल साकार करे बर सुपुत्र श्री अरुण निगम जी विचार किरिन कि मैं छंद सीखे के बाद 2 ले 4 पुस्तक अउ छपा सकत हँव, फेर यदि ये विधान ल छत्तीसगढ़ के कवि मन ल बताहूँ त, सिरिफ 2,4 छंदमय पुस्तक नही बल्कि कोरी कोरी पुस्तक छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य के मान बढ़ाही। इही सोच के श्री निगम जी अपन दू चार करीबी अउ बने लिखइया कवि मन ल मना के, मई 2016 म, सोसल मीडिया के सदुपयोग करत "छंद के छ" नामक पहली सत्र के कक्षा चलाइन। जेमा छंद के मूलभूत जानकारी अउ मात्रा गणना ले चालू करके छंद कइसे लिखे जाथे तेखर बारे म एक एक करके सिखाये बताये लगिन। सत्र एक के बाद दूसरा अउ दूसरा सत्र के बाद तीसरा सत्र चले लगिस, साधक मन लगाके छन्द लिखे पढ़े लगिन। सत्र बढ़त गिस अउ छंद के छ के नाम घलो बढ़त गिस, दुरिहा दुरिहा जिला के कवि मन छंद सीखे पढ़े मन दिलचस्पी देखात गिन। ये प्रकार ले सिरिफ तीने सत्र म "छंद के छ" के नाम के चर्चा, न सिर्फ सोसल मीडिया म बल्कि छत्तीसगढ़ के जमे नवा जुन्ना कवि/ लेखक मन करे लगिन। आज छंद के छ एक आंदोलन के रूप ले चुके हे, जेमा छत्तीसगढ़ के लगभग सबे जिला के साधक मन एक परिवार के रूप म गुरु शिष्य परम्परा के निर्वहन करत छंद सीखत सिखावत हे। अब यदि छत्तीसगढ़ म कोनो ल कहन कि, छंद के छ काय ए? त ये सिर्फ एक पुस्तक नही, बल्कि एके जवाब आथे- छंद सीखे सिखाये के आन लाइन कक्षा। छत्तीसगढ़ प्रतियोगी परीक्षा म आन लाइन गुरुकुल के नाम से छंद के छ ल जाने जाथे। कम शब्द म कहन त---छंद के छ संयम अउ समर्पण ले सुसज्जित, एक आन लाइन कक्षा ए, एक आंदोलन ए, एक परिवार ए।
*हर शनिवार अउ रविवार के होथे आनलाइन गोष्ठी के आयोजन*-
छंद एक शास्त्रीय विधा आय, जे विशेष मात्रा अउ अपन विशेष लय के कारण विविध नाम ले जाने जाथे। जइसे दोहा छंद, सोरठा छंद, रोला छंद, कुंडलियाँ छंद, अमृतध्वनि छंद, आल्हा छंद, बरवै छंद -------आदि आदि। सबे छंद के मात्रा विधान के संगे संग लय ताल घलो अलग अलग होथे। छंद के छ के मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी साहित्य ल पोठ करना हे, एखर संगे संग छंदकार ल लिखे के साथ पढ़े बर घलो सिखाना हे, तभे तो मार्च 2017 ले सरलग हर शनिवार अउ रविवार के आनलाइन गोष्ठी के आयोजन होथे। जेमा सबे साधक मन बढ़ चढ़के भाग लेथें। साधक मन ल कोन छंद ल कइसे लिखना हे, वो उँखर कक्षा म सिखाये जाथे, अउ कोन छंद ल कइसे पढ़ना या गाना हे, तेला गोष्ठी म। गोष्ठी म परिपक्व होके, छंद परिवार के साधक मन कवि सम्मेलन के मंच मन म घलो छंदबद्ध गीत कविता के प्रस्तुति देवत हें, अउ ताली बटोरत हें। छंद के छ के ही प्रभाव ए, जे आजकल कवि सम्मेलन के मंच मन म घलो छंदबद्ध विविध गीत,कविता पढ़े सुने जावत हे। गोष्ठी के एक अउ खास बात हे- हर सप्ताह अलग अलग साधक मन ल गोष्ठी के संचालन करे के दायित्व देय जाथे, जेखर ले हर साधक संचालन करे बर सीखत हें। गोष्ठी के दिन कोनो परब सपड़ जथे त वो दिन वो परब या फेर दिवस आधारित गोष्ठी होथे, जेमा सबो साधक मन एके प्रकार के विषय म गीत कविता प्रस्तुत करथें। जइसे होली हे, त सब साधक होली आधारित काव्य पाठ करथें। गोष्ठी म बीच बीच म छत्तीसगढ़ के विज्ञ साहित्यकार, गीतकार, कलाकार मन पहुना बनके घलो आथें, अउ मन लगाके छंदबद्ध गीत कविता सुनके आशीष देथें, एखर से वो पहुना मन छंद परिवार के नवा जुन्ना साधक मन ला जानथें अउ आपसी मया मेल बढ़थे। छत्तीसगढ़ के कतको नामी शक्स मन छ्न्द के छ परिवार के गोष्ठी म पहुना बनके आयें हें, जेमा लोक गायिका स्वर कोकिल श्री मति कविता वासनिक जी, कवियित्री अउ अभिनेत्री श्री मति संतोष झाँझी जी, वरिष्ठ साहित्यकार सरला शर्मा जी, गजलकार श्री दिनेश गौतम जी, अभिनेत्री अउ गायिका श्रीमती शैलजा ठाकुर जी, गीतकार, गायक श्री महादेव हिरवानी जी, साहित्यकार बलदाऊ राम साहू जी, गजलकार जनाब लतीफ खान जी, साहित्यकार, प्रकाशक अउ शिक्षाविद श्री सुधीर शर्मा जी, वरिष्ठ साहित्यकार गजलकार श्री माणिकविश्वकर्मा नवरंग जी, लोक गायिका श्री मति अनुराग ठाकुर ------आदि के अलावा कई बड़े साहित्यकार अउ कलाकार मन अतिथि के रूप म शामिल हो चुके हे। उहू मन छंद परिवार के अइसन उदिम ले भारी खुश होइन,अउ रंग रंग के छंद के संगे संग सुमधुर राग रंग ल सुनके खूब प्रशंसा करिन। 2017 ले अनवरत चलत छंदबद्ध काव्य गोष्ठी आजो राग रंग के आकर्षण के केंद्र होथे।
*छंद के छ के सत्र अउ साधकगण*
सत्र 1 ले लेके सत्र17 तक, लगभग सबे जिला के साधक मन शामिल हें,नाम गिनावन त- जशपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चाम्पा, मुंगेली, बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बालोद, महासमुंद, गरियाबन्द, कबीरधाम, कांकेर आदि।
*छन्द के छ - सत्रवार साधक*
सत्र - 1 (09 मई 2016)
1. हेमलाल साहू
2. रमेशकुमार सिंह चौहान,
3. सुनील शर्मा
4. सूर्यकान्त गुप्ता
5. मिथिलेश शर्मा
6. लोचन देशमुख
7. देवेन्द्र हरमुख
8. श्रीमती शकुन्तला शर्मा
9. मिलन मलरिहा
सत्र - 2 (28 सितंबर 2016)
1. चोवाराम वर्मा
2. गजानन पात्रे
3. दिलीप कुमार वर्मा
4. कन्हैया साहू
5. असकरण दास जोगी
6. सुनील शर्मा
7. सुखन जोगी
8. श्रीमती बसंती वर्मा
9. श्रीमती रश्मि गुप्ता
10. श्रीमती आशा देशमुख
11. रेखा पालेश्वर
सत्र - 3 (07 जनवरी 2017)
1. ज्ञानुदास मानिकपुरी
2. मनीराम साहू
3. जितेंद्र वर्मा खैरटिया
4. मोहनलाल वर्मा
5. हेमंत मानिकपुरी
6. दुर्गाशंकर इज्जतदार
7. अजय अमृतांशु
8. श्रीमती रश्मि गुप्ता
9. सुखदेव सिंह अहिलेश्वर
सत्र - 4 ब(29 अप्रैल 2017)
1. आर्य प्रजापति
2. मोहन कुमार निषाद
3. महेतरू मधुकर
4. संतोष फरिकार
5. तेरस राम कैवैर्त्य
6. पुखराज यादव
7. सुरेश पैगवार
8. ललित साहू जख्मी
9. श्रवण साहू
10. श्रीमती दीपिका झा
11. बलराम चंद्रकार
सत्र 4 अ - (29 अप्रैल 2017)
1. पुष्कर सिंह राज @
2. राजेश कुमार निषाद
3. अरुण कुमार वर्मा @
4. अनिल जांगड़े गौंतरिहा @
5. जितेंद्र कुमार मिश्र @
6. पोखन जायसवाल
7. दिनेश रोहित चतुर्वेदी @
8. जगदीश हीरा साहू
9. कौशल कुमार साहू
10. तोषण चुरेन्द्र
सत्र - 5 (28 सितंबर 2017)
1. पुरुषोत्तम ठेठवार
2. विद्यासागर खूँटे @
3. मेहतरु मधुकर @
4. परमेश्वर अंचल @
5. बोधनराम निषादराज
6. मथुरा प्रसाद वर्मा
7. श्रीमती ज्योति गभेल
8. श्रीमती नीलम जायसवाल
9. श्रीमती प्रियंका गुप्ता @
10. श्रीमती आशा आजाद
सत्र - 6 (10 जनवरी 2018)
1. राजकिशोर धीरही
2. रामकुमार साहू
3. ललित साहू जख्मी
4. दीनदयाल टंडन
5 जगदीश हीरा साहू
6. गुमान प्रसाद साहू
7 मीता अग्रवाल
8. बलराम चंद्रकार
9. शुचि भवि
10. बालक दास निर्मोही
11. कुलदीप सिन्हा
12.राम कुमार चंद्रवंशी
13. महेंद्र कुमार माटी
14. अनिल पाली
15. धनसाय यादव
16. ईश्वर लाल साहू आरुग
17. गजराज दास महंत
सत्र - 7 (अ) 04 जून 2018
1. अशोक धीवर जलक्षत्री
2. राधेश्याम पटेल
3. सावन गुजराल
4.उमाकांत टैगोर
5. राजकुमार बघेल
6. नवीन कुमार तिवारी @
7. निर्मल राज @
8. योगेश शर्मा @
9. सीमा साहू @
10. सुधा शर्मा
11. केवरा मीरा यदु
सत्र 7 (ब) 04 जून 2018
1.दीपक कुमार साहू
2.मिनेश कुमार साहू
3. द्वारिका प्रसाद लहरे
4. संदीप परगनिहा @
5. महेंद्र कुमार बघेल
6. गजराज दास महंत
7. युवराज वर्मा @
8. हीरालाल गुरुजी
9. अनुभव तिवारी @
10. ईश्वर साहू बंधी
सत्र - 8 (10 जनवरी 2019)
1. गीता विश्वकर्मा @
2. चित्रा श्रीवास
3. तुलेश्वरी धुरंधर @
4. दीपाली ठाकुर @
5. शोभा मोहन श्रीवास्तव
6. सुनीता कुर्रे @
7. स्नेह लता सीतापुर सरगुजा @
8. मीना जांगड़े @
9. सरस्वती चौहान
10. रामकली कारे
11. शशि साहू कुल 11
सत्र - 9 (26 जनवरी 2019)
सर्वश्री
1. अश्वनी कोसरे
2. चंद्रेश्वर सिंह दीवान
3. ज्वाला प्रसाद कश्यप
4. धनराज साहू @
5. विरेंद्र कुमार साहू
6. संतोष कुमार साहू
7. केशव पाल
8. नमेन्द्र कुमार गजेंद्र
9. लक्ष्मीनारायण देवांगन
10. कमलेश वर्मा
11. जितेंद्र कुमार निषाद
12. श्लेष चंद्रकार
सत्र - 10 (29 सितंबर 2019)
1. अमित टंडन
2. जुगेश कुमार बंजारे
3 तोरण लाल साहू
4 दीपक कुमार निषाद
5 देवेंद्र पटेल
6 बृजलाल भावना
7 भागवत प्रसाद साहू
8 लालेश्वर अरुणाभ
9. लीलेश्वर देवांगन
10 हरीश अष्टबंधु
सत्र 11 - (12 जनवरी 2020)
1. तेजराम नायक
2. अनिल सलाम
3. सुखमोती चौहान @
4. धनेश्वरी सोनी
5. धनराज साहू बागबाहरा @
6. विजेंद्र वर्मा
7. मोहनदास बंजारे
8. जितेंद्र कुमार साहिर
9. मनोज कुमार वर्मा
10. मिलन मलरिहा
सत्र - 12 (25 मई 2020)
1. डर्मेंद्र कुमार रौना
2.अमृत दास साहू
3. इंद्राणी साहू
4. एकलव्य साहू
5 ओम प्रकाश साहू अंकुर
6. गोवर्धन परतेती
7. धनराज साहू मनहोरा खुज्जी
8. नंदकुमार साहू नादान
9. मनीष साहू
10. रमेश कुमार मंडावी
11. राजकुमार चौधरी
12. शिव प्रसाद लहरे
13. शेर सिंह परतेती
सत्र - 13 (28 सितम्बर 2020)
1.अशोक कुमार जायसवाल
2. कमलेश मांझी
3. चंद्रहास पटेल
4. टिकेश्वर साहू
5. प्रिया देवांगन
6. दीपक तिवारी
7. नारायण प्रसाद वर्मा
8. पूरन जायसवाल
9. रीझे यादव
10.सुनील शर्मा नील
11. गजराज दास महंत
12. सुरेश निर्मलकर
13. भागबली उइके
सत्र - 14 (10 जनवरी 2021)
1. अजय शेखर नेताम नैऋत्य
2. अनुज छत्तीसगढ़िया
3. अन्नपूर्णा देवांगन
4. केतन साहू खेतिहर
5. तिलक लहरे
6. मेनका वर्मा
7. राकेश कुमार साहू
8. वसुंधरा पटेल
9. संगीता वर्मा
10. सुजाता शुक्ला
11. देवचरण धुरी
12. पद्मा साहू
13. मनोज यादव
सत्र - 15 (14 मई 2021)
1. आशुतोष साहू
2 डी.एल. भास्कर
3 दूज राम साहू
4 धर्मेंद्र डहरवार
5 नंद किशोर साहू
6 नागेश कश्यप
7 नारायण प्रसाद साहू
8 प्रदीप कुमार वर्मा
9 भागवत प्रसाद
10 महेंद्र कुमार घृतलहरे
11 रमेश चोरिया
12 रवि बाला राजपूत
13 राजेंद्र कुमार निर्मलकर 1
4 रोशन लाल साहू
15 सुमित्रा कामड़िया
सत्र - 16(28 सितम्बर 2021)
1. डीलेश्वर साहू
2. दिलीपकुमार पटेल
3. नेहरुलाल यादव
4. पुर्नोत्तम साहू
5. भीजराम वर्मा
6. ममता हीर राजपूत
7. मुकेश उयके
8. राज निषाद
9. वीरू कंसारी
10. शीतल बैस
11. केदारनाथ जायसवाल
सत्र - 17 (28 सितम्बर 2021)
1. कृष्णा पारकर
2. तिलेश कुमार यादव
3. दयालू भारती
4. दुष्यन्त कुमार साहू
5. द्रोण कुमार सार्वा
6. भैलेन्द्र रात्रे
7. मनीष कुमार वर्मा
8. शैल शर्मा
9. साँवरिया निषाद
10. चूड़ामणि वर्मा
11. बाल्मीकि साहू
हर बछर तीन बेर लगभग 10 या 12 साधक ल लेके एक नवा सत्र के शुभारंभ होथे- नवा साल बर(जनवरी), अक्ति बर(मई) अउ दलित जी के जन्म जयंती बर(सितम्बर)। कोनो कोनो सत्र बर जादा साधक मनके नाम आय के कारण वो सत्र ल अ अउ ब म बाँट दिये जाथे।
कक्षा के गुरुजी-
छंद के छ परिवार के मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी साहित्य के बढ़वार हे, अउ ये तभे सम्भव हे जब लिखइया अउ सीखइया रहय, तेखर सेती छंद परिवार "सीखो अउ सिखावव" के नारा लेके आघू बढ़त हे, अउ एखरे प्रमाण ए कि, आज छंद परिवार ले 200 ले आगर साधक मन सीखत अउ सिखावत हें। सत्र 1,2 अउ 3 ल श्री अरुण कुमार निगम जी खुदे छंद लेखन म पारंगत करिन, तेखर बाद इही सीखे पढ़े साधक मन आन कक्षा म गुरु के दायित्व सम्हालत गिन अउ सत्र बढ़त गिस। आज श्री अरुणकुमार निगम जी के आलावा श्री चोवाराम वर्मा बादल जी, श्री दिलीप कुमार वर्मा जी, श्री आशा देशमुख जी, श्री मनीराम साहू मितान जी, श्री मोहनलाल वर्मा जी, श्री अजय अमृतांशु जी, श्री जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया जी, श्री ग्यानु मॉनिकपुरी जी, श्री सुखदेवसिंह अहिलेश्वर जी, श्री गजानन्द पात्रे जी, श्री बलराम चंद्राकर जी, श्री महेंद्र बघेल जी, श्री राम कुमार चन्द्रवंसी जी, श्री मति शोभामोहन श्रीवास्तव जी,श्री बोधनराम निषादराज जी, श्री मथुरा प्रसाद वर्मा जी, श्री वीरेंद्र साहू जी, डॉ मीता अग्रवाल जी, श्री कमलेश कुमार वर्मा जी, श्री डी पी लहरे जी, श्री अश्वनी कोशरे जी--- आदि मन गुरुजी के भूमिका निभावत हें। गुरु शिष्य परम्परा के बानगी छंद परिवार म सहज दिखथे।
स्थापना दिवस समारोह--
आनलाइन कक्षा म जुड़े साधक मन जब आपस म मिलथें तब उँखर खुशी के ठिकाना नइ रहय, इही मया मेल, भेंट भलाई खातिर छंद परिवार मनाथें- स्थापना दिवस समारोह। ये दिवस बिना कोनो नेता मंत्री के छंद परिवार अउ आसपास के विज्ञ साहित्यकार, कलाकार मनके उपस्थिति म सम्पन्न होथे। स्थापना दिवस समारोह म जउन साधक मन छंदबद्ध पुस्तक छपवाये रहिथे ओखर विमोचन घलो होथे। अउ पधारे जम्मो साहित्यकार मन कविता पाठ करथें। स्थापना दिवस समारोह मई महीना म मताये जाथे। पहली स्थापना दिवस समारोह 2017 म, वरिष्ठ छंद साधिका श्री मति शकुंतला शर्मा जी के संयोजन म भिलाई म सम्पन्न होइस। दूसर स्थापना दिवस समारोह 2018 म छंदकार मनीराम साहू मितान जी के संयोजन म सिमगा म सम्पन्न होइस। तीसर स्थापना दिवस समारोह 2019 म कबीरधाम के साधक मनके संयोजन म कवर्धा म सम्पन्न होइस। कोविड-19 के कारण 20 अउ 21 म स्थापना दिवस समारोह बाधित रिहिस।
दिवाली मिलन समारोह-
दिवाली मिलन समारोह के मुख्य उद्देश्य घलो आपसी मेल, मिलाप हे। ये समारोह नवम्बर महीना के आसपास आयोजित कर जाथे। पहली दिवाली मिलन समारोह 2017 म श्री चोवाराम वर्मा बादल जी के संयोजन म हथबन्द जिला बलौदाबाजार म सम्पन्न होइस। दूसर दिवाली मिलन समारोह 2018 म श्री बलराम चंद्राकर अउ श्री सूर्यकान्त गुप्ता जी के संयोजन म रायपुर म सम्पन्न होइस। 2019 के दिवाली मिलन समारोह श्री सुरेश पैगवार जी के संयोजन म जांजगीर नैला म आयोजित रिहिस, फेर जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया जी उही समय हम सब ला छोड़ के परलोक सिधार गिन, ते पाय के नवम्बर 2019 के दिवाली मिलन समारोह मस्तुरिया जी ल समर्पित आयोजन रिहिस। 2020 के दीपावली मिलन समारोह कोरोना महामारी के कारण नइ हो पाइस। 2021 म चतुर्थ दिवाली मिलन समारोह श्री विजेंद्र वर्मा अउ बलराम चंद्राकर जी के संयोजन म भिलाई म सम्पन्न होइस।
येखर आलावा श्री अजय अमृतांशु जी के संयोजन म 2017 म सुरता दलित जी, नाम से एक आयोजन बलौदाबाजार जिला म होय रिहिस, अउ 2019 के अन्तर्राष्ट्रीय पुस्तक मेला रायपुर म छंद के छंद परिवार ल एक सत्र कवि सम्मेलन बर प्रदान करे गे रिहिस।