गीत- दिखावा नवा जमाना के(सार छंद)
जुन्ना कोनो धरम करम हा, ढोंग दिखावा आये।
बता आज ये बात बात मा, केक काटना काये?
फौज फटाका तोरण तारा, स्टेज बफे समियाना।
भकर भिकिर बड़ डीजे बाजे, चले नाचना गाना।
पइसा पानी कस बोहाये, तभो मनुष मुस्काये।।
बता आज ये बात बात मा, केक काटना काये?
छोटे मा संस्कार दिखे नइ, बड़े दिखे नइ सुलझे।
पार्टी कहिके पीये खाये, कहिदे कुछु ता उलझे।।
नता पार परिवार भुलागे, संगत नंगत भाये।
बता आज ये बात बात मा, केक काटना काये?
पंगत पूजा दान दक्षिणा, कहाँ हवै अब बाँचे।
पाँव दिखे नइ मनखे ला अब, फकत मूड़ मा नाँचे।
खुद ला गिनहा कहे कोन हा, छोटे बड़े भुलाये।
बता आज ये बात बात मा, केक काटना काये?
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को, कोरबा(छग)
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