फोटू-सार छंद
का होरी अउ का देवारी, फोटू पुरतिन होगे।
जुरै गाँव के गाँव तिहाँ अब, दुई चार गिन होगे।।
मया मीत ना भाव भजन हे, दुच्छा हाँड़ी तावा।
चुलुक चढ़े हावय फोटू के, दिखथे बस देखावा।।
हीरा के जस मोल रिहिस ते, लोहा अउ टिन होगे।
का होरी अउ का देवारी, फोटू पुरतिन होगे।।।
लाइक अउ कमेंट पाये बर, सबझन जुगत बनायें।
रील बनाये के चक्कर मा, लाज बेंच तक खायें।।
नर लागत हे अउ ना नारी, आदत हा घिन होगे।
का होरी अउ का देवारी, फोटू पुरतिन होगे।।।
नता निभावै फोटू खातिर, भाव भजन फोटू बर।
रंग रँगोली फौज फटाका, घर अउ बन फोटू बर।।
फोटू विडियो मोबाइल के, दास सबे झिन होगे।
का होरी अउ का देवारी, फोटू पुरतिन होगे।।।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को, कोरबा(छग)
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