पितर पाख म
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पितर आय हे ,
पितर पाख म।
महर-महर ममहावत हे,
बरा-सोंहारी नाक म।
माड़े हे मुहाटी म,
मुखारी बोरे लोटा म पानी।
चंऊक पुराय भूतवा कस,
चढ़े फूल आनी - बानी।
तोरई पाना म उरिद दार धरे,
ददा गेहे तरिया।
दाई साने हे पिसान,
दार धोय हे चरिहा - चरिहा।
टुरी - टुरा बइठे चूल्हा तीर,
तेलई के ताक म।
पितर आय हे....................।
झेंझरी - झेंझरी रोटी ,
बनके तियार हे।
पारा - परोसी सगा-सोदर,
सब बर तिहार हे।
हूम - धूप के गुंगवा,
घर भर गुंगवात हे।
कुकुर-कंऊवा नरिया-नरिया के,
किंजर - किंजर के खात हे।
दूधे दूध के तसमई बने हे,
बरबट्टी - तोरई हे साग म।
पितर आय हे......................।
जंऊहर आदर सतकार ,
पितर के होत हे।
जीयत डोकरी - डोकरा,
कल्हर - कल्हर के रोत हे।
जीयत म दाई-ददा के,
नई तरसाबे चोला।
त मरे म तोर पितर,
आसीस दिही तोला।
जीयत के सेवा सार हे,
राख के सेवा मिलही राख म।
पितर आय हे...................।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बालको(कोरबा)
9981441795
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पितर आय हे ,
पितर पाख म।
महर-महर ममहावत हे,
बरा-सोंहारी नाक म।
माड़े हे मुहाटी म,
मुखारी बोरे लोटा म पानी।
चंऊक पुराय भूतवा कस,
चढ़े फूल आनी - बानी।
तोरई पाना म उरिद दार धरे,
ददा गेहे तरिया।
दाई साने हे पिसान,
दार धोय हे चरिहा - चरिहा।
टुरी - टुरा बइठे चूल्हा तीर,
तेलई के ताक म।
पितर आय हे....................।
झेंझरी - झेंझरी रोटी ,
बनके तियार हे।
पारा - परोसी सगा-सोदर,
सब बर तिहार हे।
हूम - धूप के गुंगवा,
घर भर गुंगवात हे।
कुकुर-कंऊवा नरिया-नरिया के,
किंजर - किंजर के खात हे।
दूधे दूध के तसमई बने हे,
बरबट्टी - तोरई हे साग म।
पितर आय हे......................।
जंऊहर आदर सतकार ,
पितर के होत हे।
जीयत डोकरी - डोकरा,
कल्हर - कल्हर के रोत हे।
जीयत म दाई-ददा के,
नई तरसाबे चोला।
त मरे म तोर पितर,
आसीस दिही तोला।
जीयत के सेवा सार हे,
राख के सेवा मिलही राख म।
पितर आय हे...................।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बालको(कोरबा)
9981441795
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