हरियर सोना-तेंदू पाना
भरे जेठ बैसाख मा, बन डिहि डोंगर घूम के
टोरे तेंदू पान ला, छत्तीसगढ़िया झूम के।।
हरियर सोना एखर नाम। आय बिड़ी बनाय के काम।।
छत्तीसगढ़ मा होत बिहान। टोरे बड़ झन तेंदू पान।।
लइका लोग जवान सियान। घरभर दै टोरे मा ध्यान।।
तोड़य गुरतुर गावत गीत। डर जर अउ आलस ला जीत।
छेड़ ददरिया कर्मा तान। संगी साथी फूल मितान।।
ओली बना कमर पट बाँध। कखरो झोला झूले खाँध।।
पान टोर के घर मा लाय। गिन पचास के जुरी बनाय।
ठाड़ घाम मा देय सुखाय। सूखे ता बेचे बर जाय।।
पान बेच के पाये दाम। इही आय गरमी के काम।।
ट्रक मा भरा जाय गोदाम। जमा होय जहँ पात तमाम।
रोजगार दै ये उपज, बन तीरन के गाँव ला।
बन नद खनिज बढ़ाय नित, दक्षिण कौशल नाँव ला।।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को, कोरबा(छह)
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