Wednesday 5 July 2017

अगोरा असाड़ के हे

📝  किसन्हा आसिक📝
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अगोरा असाड़ के हे

बइला मेछरात हे,असकटात हे नाँगर|
खेती-किसानी बर,ललचात हे जाँगर|
कॉटा-खूटी  बिनागे  हे|
हमरो परीछा के दिन आगे हे|
बंधा गेहे मुही ,जेन मेड़-पार के हे|
अब तो अगोरा,असाड़ के हे|

बीजहा   रिसाय  हे ,खेत  जाय बर|
मन करे मेड़ म,बासी पेज खाय बर|
खेत कोती मेला लगही अब|
बन दुबी कांदी जगही अब|
पीये बर पानी पपीहा कस भूंईया,
मुंहुं फार के हे |
अब तो अगोरा असाड़ के हे|

झंऊहा-टुकनी,रापा-कुदारी|
अगोरत हे अपन पारी |
बड़का बाबू लुकलुकात हे धान जोरे बर|
नान्हे नोनी सुर्रह्त हे टोकान कोड़े बर|
तियार हे खेले बर खेती के जुआ,
जे किसान पऊर सब चीज हार गेहे|
अब तो अगोरा असाड़ं के हे|

            जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
                बाल्को(कोरबा)

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