Sunday 6 November 2022

छत्तीसगढ़ महतारी-आरती

 छत्तीसगढ़ महतारी-आरती


मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोरे, पँइया परौं।

नरियर दूबी पान फूल धर, आरती  करौं।।


रथे लबालब धान कोटरा, महिमा तोर बड़ भारी।

जंगल झाड़ी नदिया नरवा, आये तोर चिन्हारी।।

तोर डेरउठी मा दियना बन,नित रिगबिग बरौं।।

मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोरे, पँइया परौं।।


महानदी अरपा के पानी, अमृत सही बोहावै।

साल्हो सुवा ददरिया कर्मा, मन ला तोरे भावै।

सरइ सइगोंन बन नभ अमरौं, गोंदा सही झरौं।

मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोरे, पँइया परौं।।


होरी हरेली तीजा पोरा, हँस हँस तैं मनवाथस।

सत सुमता के बीजहा बोथस, फरा अँगाकर खाथस।

भौंरा बांटी फुगड़ी खेलौं, जब जब जनम धरौं।

मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोरे, पँइया परौं।।


बनभैसा के गुँजे गरजना, मैना के किलकारी।

छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, जानै दुनिया सारी।

तोर कृपा ले बन खरतरिहा, कोठि काठा भरौं।

मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोरे, पँइया परौं।


जीतेंद्र वर्मा"खैरझिटिया"

बाल्को कोरबा(छग)


राज स्थापना दिवस के आप सबो ला सादर बधाई


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