Saturday 30 December 2023

मोर महिनत🌾

 🌾🌾मोर महिनत🌾🌾

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तउलागे तराजू बॉट म मोर महिनत।

बेंचागे मंडी हाट म मोर महिनत।।


अबड़ दिन सिधोयेव,जांगर टोर-टोर के,

सकलागे दुई  दिन रात म मोर महिनत।


चर्ररस-चर्ररस चलिस,हँसिया धान मा,

गँजागे करपा बन, पाँत म मोर महिनत।


लुवागे, सकलागे, मिंजाके भरागे बोरा म,

गड़त हे ब्यपारी के दाँत म मोर महिनत।।


तउल दिस लकर धकर, दे दिस दाम औने-पौने ,

चार ठन कागज बन,माड़े हे ऑट म मोर महिनत।


सपना संजोये रेहेंव, हँरियर धान ला नाचत देख,

दाना के दाम म दबगे,एके साँस म मोर महिनत।


उधार-बाड़ी,लागा-बोड़ी छुटत-छुटत,

कुछु नइ  बांचिस, हाथ म मोर महिनत।


               जीतेन्द्र वर्मा "खैरझिटिया"

                 बालको(कोरबा)

                  9981441795

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