गीत-तैं मोला भुला के जी पाबे का बता।
तैं मोला भुला के जी, पाबे का बता।
मैं तो तड़पते हौं, तैं खुद ला झन सता।।
मोर दिल के धड़कन, नाम लेथे तोर वो।
तोर दिल के धड़कन, नाम लेथे मोर वो।
तोर मोर जिनगी के, एक्के हे पता।
तैं मोला भुला के जी, पाबे का बता।।
कइसे पहाबे जिनगी, तोर उमर हे सोला/
संसो मा घूर जाही, ये मानुष चोला।
कोन बात ला धरे हस, नइहे सुरता मोला।
जिनगी मा होते रइथे, छोट मोट खता।
तैं मोला भुला के जी, पाबे का बता।।
नोहो जिनगी, मन ला मार के जीना।
भले मोर खून पी ले, फेर जहर पी ना।
ये तन पुजारन ए, दिल आये देवता।
तैं मोला भुला के जी, पाबे का बता।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को,कोरबा(छग)
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