बफर सिस्टम में
खवागे खट्टा मिट्ठा ठंडा अउ गरम, बफर सिस्टम में।
नुनछुर चुच्चुर चेम्मर चिबरी नरम, बफर सिस्टम में।
घर मा चाही सोफा डाइनिंग, चटाई पीढ़ा पिहड़ी।
खड़े खड़े खाय मा नइहे शरम, बफर सिस्टम में।।
घर मा भात साग दार खंगे बँचे, ता कोहराम मचे।
छप्पन भोग फेकाये डरम डरम, बफर सिस्टम में।
अघाय भुखाय छोड़, फुर्ती देखा अउ खुद हेर खा।
नइहे कुछु नियम अउ न धरम, बफर सिस्टम में।
बढ़ाये हवय छेनू, देखावा के चक्कर मा मेनू।
पइसा खरचा होवत हे चरम, बफर सिस्टम में।
सब घूम घूम के खात हे, चाँट चाँट के उंगली।
जुरे हवय दोस्त यार परम, बफर सिस्टम में।।
लालच मा गोलू खा डरिस, गोंह गोंह ले भारी।
नइ पँचिस ता टूटगे भरम, बफर सिस्टम में।।
जीतेंन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को,कोरबा(छग)
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