दुर्मिल सवैया-कोरोना
जर हे हबरे डर ये अबड़े बिकराल हलाहल नागिन ले।
फइले मनखे मन ले मनखे म बताव सबो झन ला बिन ले।
मन ला मजबूत रखौ तन ला बलवान बनाव बिटामिन ले।
जर दूर करे बर धाँध रखौ खुद ला घर मा कुछ तो दिन ले।
जीतेन्द्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को, कोरबा
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